मोदी सरकार के मंत्री अल्फोंस का एक और विवादित बयान
नरेंद्र मोदी सरकार में पर्यटन राज्य मंत्री अल्फोंस ने कहा कि कार और बाइक चलाने वाले ही पेट्रोल खरीदते हैं, पेट्रोल खरीदने वाले भूखे तो नहीं मर रहे हैं।
नरेंद्र मोदी सरकार में पर्यटन राज्य मंत्री अल्फोंस ने कहा कि कार और बाइक चलाने वाले ही पेट्रोल खरीदते हैं, पेट्रोल खरीदने वाले भूखे तो नहीं मर रहे हैं।
नरेंद्र मोदी सरकार में पर्यटन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अल्फोंस कन्ननथनम ने शनिवार को एक और विवादित बयान दिया।इस बार पेट्रोल और डीजल की बेलगाम कीमतों को केंद्रीय पर्यटन राज्यमंत्री केजे अल्फोंस ने सही ठहराया है।त्रिवेंद्रम में पत्रकारों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कार और बाइक चलाने वाले ही पेट्रोल खरीदते हैं, पेट्रोल खरीदने वाले भूखे तो नहीं मर रहे हैं।मंत्री जी ने आगे कहा की ,जो लोग कार और बाइक की सुविधा का लाभ लेना चाहते हैं उन्हें तो पेट्रोल खरीदने में पैसे तो खर्च करने ही पड़ेंगे। पेट्रोलियम उत्पादों से जो भी पैसा इकट्ठा हो रहा है, उसे हमारे प्रधानमंत्री या मंत्री चुरा नहीं रहे हैं।
Who buys petrol? Somebody who has a car, bike; certainly he is not starving. Somebody who can afford to pay, has to pay:Alphons Kannanthanam
— ANI (@ANI) September 16, 2017
पर्यटन राज्य मंत्री ने सरकार के निर्णय को सही ठहराते हुआ कहा कि हमने टैक्स लगाया है ताकि देश के गरीबों को एक बेहतर जीवन मिल सकें।उन्हें शौचालय की सुविधा मिले, आवास मिले और देश के हर हर गांव तक बिजली पहुंचाया जा सके।
We are here for welfare of the downtrodden, ensure electricity in every village,make houses, build toilets: Union Min Alphons Kannanthanam pic.twitter.com/cTrEqAbnT1
— ANI (@ANI) September 16, 2017
बता दें कि देशभर में पेट्रोल की कीमतें तीन साल के सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गई हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें तीन साल पहले के मुकाबले आधी रह गई हैं, बावजूद इसके देश में पेट्रोल, डीजल की कीमत लगातार बढ़ती जा रही है। बई में तो पेट्रोल के दाम बुधवार को करीब 80 रुपये प्रति लीटर पहुंच गया।ध्यान देने वाली बात है कि पेट्रोल की कीमतों में तेज़ी का एक बड़ा कारण केंद्र सरकार का एक्साइज़ ड्यूटी बढ़ाना है।साथ ही राज्यों द्वारा पेट्रोल पदार्थों पर ज़्यादा वैट वसूलने से भी कीमतें बेतहाशा बढ़ी हैं।
इस से पहले भी बीफ मुद्दे पर अल्फोंस ने बेतुका बयान दिया । उन्होंने कहा था कि , यदि विदेशी पर्यटक भारत आना चाहते हैं तो वे अपने देश में ही बीफ खाकर आएं। मंत्री के रूप में पदभार ग्रहण करने के बाद कुछ दिन बाद ही कनन्नथानम ने कहा था कि केरल में बीफ का उपभोग जारी रहेगा।